भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने एक नया ‘ग्रुप माइक्रो टर्म इंश्योरेंस प्लान’ पेश किया है, जो सिंगल प्रीमियम पर आधारित है। यह योजना विशेष रूप से कंपनियों, गैर-सरकारी संगठनों (NGOs), समूहों और उनके कर्मचारियों के लिए बनाई गई है। इस पॉलिसी के तहत कर्मचारियों को 2 लाख रुपये तक का बीमा कवरेज मिलेगा। यदि कोई कर्मचारी कंपनी या समूह छोड़ देता है, तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यह एक गैर-लाभकारी, गैर-लिंक्ड, समूह आधारित, शुद्ध जोखिम वाला माइक्रो बीमा उत्पाद है, जिसे माइक्रो फाइनेंस संस्थान, सहकारी समितियां, स्वयं सहायता समूह (SHGs), और गैर-सरकारी संगठनों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है ताकि उनके सदस्यों या उधारकर्ताओं को बीमा कवरेज मिल सके।
यह योजना असंगठित समूहों, नियोक्ता-कर्मचारी समूहों और अन्य समान प्रकार के समूहों की बीमा आवश्यकताओं को भी पूरा करती है। इस उत्पाद के माध्यम से, वित्तीय संस्थानों के ग्राहकों को अनुकूलित क्रेडिट सुरक्षा मिलती है और परिवारों को मुखिया की मृत्यु के बाद ऋण चुकाने के बोझ से राहत मिलती है। यह योजना उन समूहों के लिए है जिनके पास 50 या उससे अधिक सदस्य हैं। इसमें ₹5,000 से ₹2 लाख तक का जोखिम कवर उपलब्ध है और पॉलिसी अवधि 1 महीने से 10 साल तक हो सकती है। इस योजना को लेने के लिए किसी चिकित्सा परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती। इसके अतिरिक्त, पति-पत्नी के लिए संयुक्त जीवन कवर भी उपलब्ध है, विशेष रूप से उधारकर्ता-ऋणदाता संबंधों के तहत।
मुख्य विशेषताएं:
- यह पॉलिसी माइक्रो फाइनेंस संस्थानों, सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई है।
- असंगठित समूहों और नियोक्ता-कर्मचारी समूहों को भी इस योजना से लाभ मिलेगा।
- दुर्घटना से मृत्यु होने पर परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे ऋण चुकाने में मदद मिलेगी।
- यह एक सिंगल प्रीमियम योजना है, जिसमें एक बार भुगतान करना होता है।
- इस योजना में 50 या उससे अधिक सदस्यों वाले समूहों को शामिल किया जा सकता है।
- जीवन बीमा का कर कम से कम 5000 और ज्यादा से ज्यादा 2 लाख तक हो सकता है |
- पॉलिसी अवधि 1 महीने से 10 साल तक हो सकती है।
- पति-पत्नी दोनों के लिए संयुक्त जीवन कवर उपलब्ध है।
- पॉलिसी लेने के लिए किसी चिकित्सा परीक्षण की आवश्यकता नहीं है।
सीमाएं:
- यह योजना मैच्योरिटी लाभ प्रदान नहीं करती। पॉलिसी धारक की मृत्यु पर ही बीमा राशि उसके परिवार को मिलेगी।
- यदि कोई व्यक्ति समूह से बाहर हो जाता है या उम्र सीमा पार कर जाता है, तो उसकी पॉलिसी समाप्त हो जाएगी।
- पॉलिसी सरेंडर या समाप्त होने पर कोई लाभ नहीं मिलेगा।