क्या उपभोक्ता जीवन बीमा नीतियों को अत्यधिक जटिल मानते हैं?

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“तस्वीर में एक उपभोक्ता अपने सिर को पकड़कर अत्यधिक उलझन और भ्रमित महसूस कर रहा है”

क्या हमारे उपभोक्ता जीवन बीमा नीतियों को अत्यधिक जटिल मानते हैं ? तो चलिए इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं और समझते हैं कि आज के उपभोक्ताओं की ज़रूरतें क्या है और वह किस तरह से जीवन बीमा नीतियों को समझना पसंद करते हैं या आसान समझते हैं | 

हम सभी ने ऐसा बहुत बार देखा है जब हमारे ग्राहक जीवन बीमा कंपनियों की नीतियों को समझने में काफी कठिनाई महसूस करते हैं और कुछ हद तक ऐसा भी होता है कि जीवन बीमा कंपनियां अपनी नीतियों की व्याख्या को अनावश्यक रूप से बहुत जटिल बना देती हैं जिसको एक आम व्यक्ति को समझ पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है| और यह धारणा विशेष रूप से युवा ग्राहकों जैसे जनरेशन ज़ी के उपभोक्ताओं के बीच अधिक प्रचलित है जो किसी भी नीति को एक आसान तरीके से समझाने पर यकीन रखते हैं और जटिल भाषा को नकार कर सरल गाइड, डायग्राम, चार्ट, आदि का सहारा लेकर आसानी से नीतियों को समझ पाने में ज्यादा विश्वास रखते हैं |
हालांकि जीवन बीमा कंपनियां नए संचार चुनौतियों का सामना कर रही हैं और कुछ हद तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से युवा उपभोक्ताओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है लेकिन एक आंकड़े की अगर हम बात करें तो वर्तमान में केवल 29% जीवन बीमा ग्राहक इस बात से सहमत करते हैं कि उनकी बीमा कंपनी जटिल नीतियों को सरलता से बना पाती हैं और समझा पाती हैं या हम कहें कि जीवन बीमा उत्पादों और उनकी नीतियों को सरलता से समझने में जीवन बीमा कंपनियां सक्षम है ,जबकि 61% ग्राहकों का कहना है कि उनके एजेंट या सलाहकार चीजों को उस तरह से समझ पाते हैं जो वह आसानी से समझ सकें यहीं पर अगर हम जनरेशन ज़ी सदस्यों की बात करें तो उनकी संख्या 57% तक गिर जाती है, कुल मिलाकर 64% जीवन बीमा ग्राहक कहते हैं कि वह बीमा उत्पादों व उनकी नीतियों को पूरी तरह से समझ पाते हैं |

क्या जीवन बीमा नीतियां भविष्य की जरूरत को पूरी तरह से पूरा करती हैं?

वायर रिपोर्ट्स द्वारा जारी की गई जे.डी. पावर 2024 यू.एस. इंडिविजुअल लाइफ इंश्योरेंस स्टडी के अनुसार 72% से कम जीवन बीमा ग्राहक कहते हैं कि उनकी नीति पूरी तरह से उनकी भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करती है। अध्ययन के अनुसार, बीमा कंपनियां इस दर को बढ़ा सकती हैं यदि वे संचार को ग्राहकों की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप बनाएं, उचित संचार आवृत्ति बनाए रखें, और यह सुनिश्चित करें कि नीति पूरी तरह से समझी गई है।

बीमा कंपनियां किस तरह नीतियों को आसान बना सकते हैं?

यहां पर यह बहुत जरूरी हो जाता है और जीवन बीमा कंपनियों का दायित्व भी बनता है कि वह अपनी नीतियों को वह उत्पादों को समझने की प्रक्रिया को आसान बनाएं व जटिलता को कम करें/स्टेटमेंट को पढ़ने में आसान बनाएं। युवा जनरेशन ज़ी और मिलेनियल ग्राहक स्टेटमेंट को पढ़ने के लिए एक गाइड या आरेख चाहते हैं, या स्टेटमेंट को समझाने वाले शैक्षिक वीडियो और सामग्रियों के लिंक चाहते हैं। जैसा कि आप जानते हैं आज की युवा जेनरेशन डिजिटल और सोशल मीडिया पर बहुत ही एक्टिव रहती है तो हम कुछ ऐसा सोच सकते हैं जो डिजिटल और सोशल मीडिया के जरिए हम अपने उत्पादों को आसान तरीके से उपभोक्ताओं को समझ पाए ताकि उनके समय की भी बचत हो और कम समय में जरूरी महत्वपूर्ण जानकारी उनको दे सकें|

निष्कर्ष

अंत में मैं कुछ बिंदुओं पर जोर डालने का प्रयास करूंगा जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण बिंदु है जैसे : -उपभोक्ताओं के लिए स्पष्टता का महत्व, जनरेशन ज़ी की डिजिटल प्राथमिकताएं, उपभोक्ता अनुभव को प्राथमिकता देना, नए ग्राहक अनुभव डिज़ाइन पर जोर, इन इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जीवन बीमा कंपनियों को अपनी नीतियां और बीमा प्रोडक्ट को सरल व आसन बनाने पर जोर देना चाहिए|

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